नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की गेल इंडिया ने स्टार्ट-अप, सौर बिजली संयंत्र लगाने तथा इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये बैटरी चार्जिंग केंद्र में निवेश का मार्ग प्रशस्त करने के लिये कंपनी के संविधान में बदलाव की मांग की है। कंपनी गैस और पेट्रारसायन के अलावा कारोबार को विविध रूप देने पर गौर कर रही है जिसके तहत यह पहल की जा रही है। शेयरधारकों को दिये गये नोटिस के अनुसार देश की सबसे बड़ी प्राकृतिक गैस परिवहन और विपणन कंपनी अपने स्थापना ज्ञापन विषय में छह नये खंड शामिल करना चाहती है। इसमें कहा गया है कि कंपनी प्राकृतिक गैस, पेट्रोकेमिकल्स और ऊर्जा जैसे अपने प्रमुख कारोबार के अलावा स्वास्थ्य, समाजिक एवं पर्यावरण, सुरक्षा जैसे क्षेत्रों से जुड़े स्टार्टअप में सीधे या परोक्ष रूप से निवेश करना चाहती है।
नोटिस के अनुसार, ‘‘निवेश विशेष उद्देश्यीय कंपनी (एसपीवी), वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) तथा कोष के कोष (एफओएफ) तथा ट्रस्ट के जरिये किया जा सकता है।’’ गेल ने कहा कि स्वच्छ, लागत प्रभावी तथा कुशल यातायात सेवा उपलब्ध कराने, तेल आयात पर निर्भरता में कमी लाने तथा शहरों में अधिक कुशल तरीके से भूमि उपयोग के लिये नई पहल और अलग रास्ता अपनाना जरूरी है।