सॉफ्टबैंक समूह समर्थित ओला इलेक्ट्रिक अगले पांच वर्षों में तमिलनाडु में $920 मिलियन (7,614 करोड़ रुपये) का निवेश करने की योजना बना रही है। राज्य सरकार के एक बयान में कहा गया कि यह पैसा इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए इलेक्ट्रिक कारों और बैटरियों के निर्माण में मदद के लिए खर्च किया जाएगा।
प्रमुख निवेश ओला की सहायक कंपनियों ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज और ओला सेल टेक्नोलॉजीज के माध्यम से आएगा, जो भारत में ईवी की बढ़ती मांग के लिए तैयार हैं। इससे तीन हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड और तमिलनाडु सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। 7,614 करोड़ रुपए में से करीब 5,100 करोड़ रुपए सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में जाएंगे। शेष 2,500 करोड़ रुपये चौपहिया संयंत्र में जाएंगे, जिसकी सालाना 1.4 लाख कारों के निर्माण की क्षमता होगी।
पिछले साल सितंबर में, राइडशेयरिंग कंपनी ने कहा कि वह पहले भारत के पड़ोसी देश नेपाल में प्रवेश करने के बाद लैटिन अमेरिका, आसियान और यूरोपीय संघ के देशों में विस्तार करना चाहती है। तमिलनाडु, जो देश के ऑटोमोटिव निर्यात का लगभग एक तिहाई हिस्सा है, ईवी विनिर्माण को बढ़ावा देना चाहता है और इस सप्ताह अनावरण की गई एक नीति के अनुसार, ईवी के लिए रोड टैक्स, पंजीकरण शुल्क और परमिट शुल्क माफ कर रहा है। इस नीति का लक्ष्य 50,000 करोड़ रुपये का निवेश जुटाना और 1.50 लाख रोजगार सृजित करना है।